🌿 आमलकी एकादशी व्रत कथा 2025 | महत्व, पूजा विधि और लाभ
आमलकी एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह व्रत विष्णु भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। आइए जानते हैं इसकी कथा, विधि और लाभ।
📅 आमलकी एकादशी 2025 की तिथि और समय
आमलकी एकादशी 2025 में 10 मार्च को मनाई जाएगी। इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
📖 आमलकी एकादशी व्रत कथा
प्राचीन काल में विदर्भ राज्य में एक राजा चित्ररथ का शासन था। वह भगवान विष्णु के परम भक्त थे। एक दिन, राज्य में आमलकी (आंवले) के वृक्ष के नीचे यज्ञ किया गया, जिससे सभी देवता प्रसन्न हो गए। इस दिन व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
🙏 आमलकी एकादशी पूजा विधि
- सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान विष्णु और आमलकी के वृक्ष की पूजा करें।
- तुलसी के पत्तों के साथ विष्णु मंत्रों का जाप करें।
- दिनभर उपवास रखें और फलाहार करें।
- रात में जागरण करें और भगवान का भजन करें।
- अगले दिन ब्राह्मण को भोजन करवाकर व्रत का पारण करें।
🌟 आमलकी एकादशी के लाभ
इस व्रत को करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है, स्वास्थ्य अच्छा रहता है और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
🎶 आमलकी एकादशी व्रत कथा लिरिक्स
अगर आप आमलकी एकादशी व्रत कथा का पाठ करना चाहते हैं, तो यहां पढ़ सकते हैं:
"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। आमलकी एकादशी व्रत कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है..."